रायबरेली – हाईवे के किनारे नित्यकर्म के लिए जा रहे भाई-बहन को एक तेज रफ्तार कंटेनर ने कुचल डाला। इस हादसे में दोनों मासूमों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद लोगों ने कंटेनर चालक को पकड़ लिया और नशे में होने का आरोप लगाकर दौड़ा-दौड़कर पीटा। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस पहुंची और किसी तरह कंटेनर चालक को भीड़ के चंगुल से छुड़ाया। घटना से आक्रोशित लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। इससे करीब पौने एक घंटे तक लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर यातायात की रफ्तार थमी रही। आक्रोशित लोगों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की। इस पर तहसीलदार महराजगंज और सीओ ने परिजनों और आक्रोशित लोगों को सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद दोनों शवों का पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मिल एरिया के देवानंदपुर निवासी राम कुमार सोनकर परिवार के साथ अपनी ससुराल हरचंदपुर के गंगागंज सोरा गांव के पास रहते हैं। रविवार की शाम को उनका बेटा सुमित (12) और बेटी लक्ष्मी (11) नित्यक्रिया के लिए गए थे। दोनों भाई बहन लखनऊ-प्रयागराज हाईवे के किनारे शौच कर रहे थे। इसी दौरान लखनऊ से आ रहे कंटेनर में दोनों को रौंद डाला। इसके बाद कंटेनर चालक भागने लगा तो आसपास मौजूद लोगों ने बाइक से पीछा कर कंटेनर को रोका और चालक की जमकर पिटाई की। हादसे की खबर मिलते ही परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। भीड़ ने सड़क पर जाम लगा दिया तो तहसीलदार महराजगंज प्रज्ञा द्विवेदी और सीओ प्रदीप कुमार पहुंचे और उन्होंने पीड़ित परिवार से बात की। मुआवजे की बात पर कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को इस बाबत रिपोर्ट दी जाएगी। उधर पुलिस ने केस दर्ज कर कंटेनर चालक को हिरासत में ले लिया। घटना के बाद भीड़ ने कंटेनर चालक जमकर पीटा। लोगों ने बताया कि चालक शराब के नशे में था। इस कारण इतना बड़ा हादसा हुआ। पुलिस पर भी सवाल किए गए कि पुलिस केवल बाइक सवारों की ही चेकिंग करती है और पैसा वसूलती है। जबकि भारी वाहन चालकों की कभी चेकिंग नहीं होती। यदि कंटेनर चालक की बछरावां में चेकिंग हो जाती तो नशे की हालत में यह पकड़ लिया जाता और इतना बड़ा हादसा नहीं होता। राम कुमार को उसकी ससुराल में जमीन मिली है। इस पर वह परिवार के साथ ग्राम गंगागंज सोरा में रहते हैं। राम कुमार मजदूरी कर परिवार का पेट पालते हैं। दोनों बच्चों की मौत ने राम कुमार को हिलाकर रख दिया है। राम कुमार की पत्नी तो घटनास्थल पर जैसे ही पहुंची और बच्चों के शवों को देखा तो वह बदहवास हो गई। घटना को लेकर महिलाओं ने पुलिस के सामने इंसाफ दिए जाने की मांग की।