हैदरगढ़, बाराबंकी- एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वच्छता अभियान को लेकर बड़े बड़े प्रयास कर खासी रकम भी इसी मद में खर्च कर रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ भ्रष्टाचारी हो चुका सरकारी अमला पूरी रकम भी उदरस्त कर स्वक्षता अभियान मात्र कागजी आकड़ों में ही क्रियांवित किए है। जिसका नजारा हैदरगढ़ बस स्टेशन पर फैले गंदगी के साम्राज्य में स्वतः नजर आ रहा है।
बताते चले कि हैदरगढ़ बस अड्डे के सफाई ठेकेदार का परिसर में सफाई को लेकर ढीला ढाला रवैया सामने आया है। हैदरगढ़ बस स्टेशन पर जगह जगह कूड़ा पड़ा रहता है! चाहे वो बसों के खड़ा होने का स्थान हो चाहे प्लेटफार्म, या फिर सार्वजनिक मूत्रालय!, सभी जगहों पर गंदगी का साम्राज्य कायम दिखा।
यहाँ जब यात्रियों और आसपास के दुकानदारों से बात की गयी, तो उनका कहना था कि सफाईकर्मी अपने नियमित समयानुसार आता है और सफाई करके चला जाता है। लेकिन जब ठेकेदार द्वारा उसको सामान ही मुहैया नहीं कराया जायेगा तो आखिर सफाईकर्मी ही क्या करेगा।
वहीं मौजूद अनू तिवारी का कहना था कि सफाईकर्मी को समय से वेतन नहीं मिलता है। और हंस मिलता भी है तो 2-2 महीने वेतन नहीं मिलता है और सफाईकर्मी को सफाई कार्यों के लिये कोई भी सामग्री ठेकेदार द्वारा नहीं मिल पा रही है।
अब देखना है कि खबर प्रकाशित होने के बाद सफाई ठेकेदार द्वारा सफाई कार्यों में सुधार के लिये सुविधायें उपलब्ध करायी जाती हैं।या फिर यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन स्वच्छता अभियान पर कालिख पोतने का काम जारी रहे।