हैदरगढ़, बाराबंकी- स्थानीय व अन्य जिलों से आये ठेकेदार सरकारी जमीन पर लगे पेड़ों की लिल्लामी के चक्कर में दिन भर इंतजार करते रहे। लेकिन बेलगाम नौकरशाही में
नीलामी की अगली तारीख घोषित कर जिम्मेदारों ने तमाम लोगों के कीमती समय का सत्यानाश कर दिया। ये बात कहते सरकारी व्यवस्था को कोसते लोग वापस लौट गए।
आपको बता दें कि तहसील क्षेत्र हैदरगढ़ के ब्लाक त्रिवेदीगंज में सरकारी जमीन की गाटा संख्या 141ध्0.063 हे.पर लगे 60 यूकेलिप्टस के पेड़ों की नीलामी हैदरगढ़ तहसील में होनी थी, नीलामी की नोटिस हैदरगढ़ तहसील में चस्पा की गयी थी और कुछ अखबारों के माध्यम से नोटिस प्रकाशित हुई थी, जिसकी जानकारी स्थानीय व अन्य जिला के ठेकेदारों को हुई थी, सरकारी पेड़ों की नीलामी के चक्कर में करीब तीन दर्जन से अधिक ठेकेदार सुबह 11 बजे हैदरगढ़ तहसील में आकर समय का इंतजार कर रहे थे, सरकारी समयानुसार दोपहर के 12.00 बजे नीलामी होनी थी, लेकिन शाम 4.00 बजे तक अधिकारियों की कुर्सी खाली पायी गयी, भूखे प्यासे ठेकेदारों को काफी समय इंतजार करने का कारण की जानकारी कोई कर्मचारी व अधिकारी नहीं आया तो ठेकेदारों में खलबली सी होने लगी, कुछ ठेकेदारों को सूचना मिली कि नीलामी की प्रक्रिया तहसीलदार अपने चहेते को देने के चक्कर में आये हुए ठेकेदारों को गुमराह किया जा रहा था, उक्त मामले की जानकारी जब पत्रकारों को हुई तो मौके पर पहुंच कर ठेकेदारों से बात चीत की और ठेकेदारों द्वारा जानकारी हुई कि नीलामी की प्रक्रिया तहसीलदार अपने चहेतों देने को अंदर अंदर हो चल रही है, लेकिन ठेकेदारों ने अधिकारियों की मंशा समझ गये थे और भंडाफोड़ ने के चक्कर में लग गए, ठेकेदारों के अथक प्रयास से उक्त मामले का भंडाफोड़ हो गया, और ठेकेदारों से बातचीत करने के लिए त्रिवेदीगंज नायब तहसीलदार नमृता दुबे के पास भेजा गया, नमृता दुबे ने नीलामी की प्रक्रिया को खारिज करते हुए अग्रिम तारीख चार दिसंबर बढ़ा दी गयी।
नीलामी के दौरान में विकास बाजपेई (विक्की बाजपेई), राम केवल,सफीक,रामदेव सिंह,गुड्डू, शान मोहम्मद, ब्रह्मा नंद,खालिक, राजकुमार, मुन्ना, मंशाराम,शेर खां मंशाराम,राम सुमिरन,राम लाल,राम कैलाश,गया प्रसाद,अजमत्तुल्ला तीन दर्जन से अधिक ठेकेदार लोगों उपस्थित रहे।