त्रिवेदीगंज़, बाराबंकी – सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिवेदीगंज पर नियुक्त अधीक्षक विगत तीन माह से कभी कभार आकर थोक भाव में अपनी उपस्थिति दर्ज कर राजधानी लखनऊ वापस चले जाते हैं। इस मामले में समाचार पत्र प्रतिनिधि नीधि पंडित उमा महेश त्रिवेदी ने कई कई बार मुख्य चिकित्सा अधिकारी बाराबंकी से मोबाइल फोन द्वारा संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई, परंतु मुख्यचिकित्सा द्वारा आज तक किसी प्रकार जांच नहीं की गयी। जिससे प्रतीत होता है कि मुख्य चिकित्साधिकारी स्यंम उक्त अधीक्षक से मिले हुए हैं। जिसके कारण अधीक्षक विहीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र त्रिवेदीगंज प्रदेश के योगीराज में भ्रष्टाचार का शिकार बनता जा रहा है। जिससे मरीजों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। अन्य कर्मचारी निरंकुश होकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में बने आवासों पर न रूक कर राजधानी लखनऊ में निवास कर रहे हैं। अगर समय रहते हुए योगी बाबा द्वारा भृष्टाचार में लिप्त अधिकारी एवं कर्मंचारियों पर हंटर न चला तो परिणाम डाक के तीन पात साबित होंगे। देखना यह है कि प्रदेश की योगी सरकार में भृष्टाचारियों पर बाबा का हंटर कब चलेगा या नहीं त्रिवेदीगंज, बाराबंकी। औषधि निरीक्षक की भ्रष्ट्र नीतियों के कारण विकास क्षेत्र त्रिवेदीगंज के मेडिकल स्टोर निरंकुश होते जा रहे है मेडिकल स्टोरों पर नाबालिक बच्चों द्वारा बिना किसी डिप्लोमा के लोगों द्वारा मेडिकल स्टोर का संचालन किया जा रहा है। जो कि खुले आम किसी बड़े हादसे का सूचक प्रतीत हो रहा हैयदि समय रहते हुएऔषधि निरीक्षकसीमा सिंह पर शासन प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं की गई तो आने वाले समय में गंभीर परिणाम हो सकते हैं