मेरठ – विश्व हीमोफीलिया दिवस 2025 के अवसर पर आई ड्रीम टू ट्रस्ट और एल.एल.आर.एम. मेडिकल कॉलेज, मेरठ ने संयुक्त रूप से एक जागरूकता एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य था – समाज में हीमोफीलिया जैसे रक्त विकार के प्रति समझ और सहानुभूति को बढ़ावा देना तथा प्रभावित बच्चों और युवाओं को प्रोत्साहित करना।
मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. आर.सी. गुप्ता (प्राचार्य, एल.एल.आर.एम. मेडिकल कॉलेज) ने इस अवसर पर कहा,“हीमोफीलिया केवल एक बीमारी नहीं, बल्कि एक चुनौती है जिसे सही मार्गदर्शन, उपचार और संवेदनशीलता के साथ जीता जा सकता है।

”विशिष्ट अतिथियों में डॉ. अभा गुप्ता, डॉ. प्रीति सिन्हा, डॉ. नेहा सिंह, डॉ. धीरज राज बलियान, डॉ. योगिता सिंह और डॉ. नवतरत्न गुप्ता ने अपनी-अपनी विशेषज्ञता से जुड़ी बातें साझा कीं।
मुख्य सत्रों में प्रस्तुत हुए विचार:
डॉ. अनुपम निराला ने हीमोफीलिया प्रबंधन की आधुनिक पद्धतियों पर प्रकाश डाला।डॉ. अमृता प्रभात ने बाल रोगियों में हीमोफीलिया की देखभाल को लेकर गहन जानकारी दी।ईवा स्कॉट ने फिजियोथेरेपी की भूमिका को लेकर व्यावहारिक सुझाव दिए।
राजन चौधरी, फाउंडर – आई ड्रीम टू ट्रस्ट, ने नई चिकित्सा पद्धतियों और जीवनशैली सुधारों के बारे में बताया, जो हीमोफीलिया के इलाज को अधिक प्रभावी बना सकते हैं।
कार्यक्रम की विशेष झलकियाँ:एमबीबीएस छात्रों द्वारा बनाई गई चित्रकला में से चुनिंदा रचनाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस संवेदनशील विषय पर सुंदर अभिव्यक्ति दी।हीमोफीलिया से ग्रसित बच्चों द्वारा बनाई गई कला कृतियों को न सिर्फ मंच दिया गया, बल्कि उन्हें उपहार भेंट कर उनके आत्मविश्वास को भी सम्मानित किया गया।

नोडल अधिकारी डॉ. योगिता सिंह और सह-नोडल अधिकारी डॉ. नवरत्न गुप्ता ने बेहतर उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्धता जताई।कार्यक्रम में डॉ सिद्धार्थ, डॉ० दीपक, डॉ० सुमित आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संदेश:“Women & Girls Bleed Too” जैसे सशक्त नारे के साथ यह आयोजन सिर्फ एक मेडिकल इवेंट नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन बन गया – जिसमें चिकित्सा विशेषज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता और आम लोग एक साथ आए।