Bajaj Housing Finance : लीडिंग हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में शामिल बजाज हाउसिंग फाइनेंस का IPO आज 9 सितंबर को खुल गया है. आईपीओ साइज 6560 करोड़ रुपये है. जबकिआईपीओ के लिए प्राइस बैंड 66-70 रुपये/शेयर है.
Bajaj Housing Finance IPO Review : देश की लीडिंग हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में शामिल बजाज हाउसिंग फाइनेंस (Bajaj Housing Finance) का IPO आज 9 सितंबर को खुल गया है. आईपीओ का साइज 6560 करोड़ रुपये है. जबकि कंपनी ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 66-70 रुपये/शेयर तय किया है. आईपीओ में 3560 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है और 3000 करोड़ रुपये का ओएफएस (OFS) है. यह आईपीओ 11 सितंबर तक खुला रहेगा, जबकि शेयर 16 सितंबर को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे. ब्रोकरेज हाउस भी इस आईपीओ को लेकर पॉजिटिव हैं.

कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति
FY24 Q4 में बजाज हाउसिंग फाइनेंस का मुनाफा (PAT) 381 करोड़ रुपये रहा था. ये सालाना आधार पर 26 फीसदी की ग्रोथ है. वहीं कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम में सालाना बेसिस पर 11 फीसदी का इजाफा हुआ और यह 629 करोड़ रुपये रही. कंपनी का AUM सालाना आधार पर 32 फीसदी बढ़कर 91,370 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वहीं नेट टोटल इनकम 14 फीसदी (YoY) बढ़कर 717 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. कंपनी के लोन डिस्ट्रीब्यूशन में भी ग्रोथ रहीऔर यह बढ़कर 11,393 करोड़ रुपये पहुंच गया.
GMP 80% पहुंचा–
Bajaj Housing Finance को लेकर ग्रे मार्केट में जबरदस्त क्रेज दिख रहा है. कंपनी का अनलिस्टेड स्टॉक ग्रे मार्केट में 55 से 56 रुपये के भाव पर दिख रहा है. यह अपर प्राइस बैंड 70 रुपये के लिहाज से 80 फीसदी प्रीमियम है. यह संकेत देता है कि शेयर की लिस्टिंग 80 फीसदी प्रीमियम पर हो सकती है.
देवेन चोकसी रिसर्च : Subscribe–

ब्रोकरेज हाउस देवेन चोकसी रिसर्च ने आईपीओ में सब्सक्राइब रेटिंग दी है. रिपोर्ट के अनुसार अपर प्राइस बैंड पर बजाज हाउसिंग फाइनेंसका प्राइस-टू-बुक वैल्यू मल्टीपल 30 जून, 2024 तक आईपीओ के बाद बुक वैल्यू 21.9 रुपये प्रति शेयर के लिए 3.2x है, जो पियर्स की तुलना में उचित है. इंडस्ट्री के लिए एवरेज प्राइस -टु-बुक वैल्यू 3.0x है. कंपनी के पर्याप्त ब्रांड इक्विटी, रणनीतिक बिजनेस एक्सपेंशन प्लान, व्यापक जियोग्राफिक कवरेज और एडवांस टेक्नोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के कारण ब्रोकरेज हाउस कंपनी के आउटलुक पर पॉजिटिव है. ब्रोकरेज के अनुसार इन फैक्टर से परिचालन दक्षता में सुधार और बेहतर एसेट क्वालिटी द्वारा समर्थित अनुकूल क्रेडिट लागत बनाए रखने की उम्मीद है.
बीपी इक्विटीज : Subscribe–
ब्रोकरेज हाउस के अनुसार कंपनी ने डायरेक्ट होम लोन ओरिजिनेशन को बढ़ाने और अपने प्रोडक्ट समूह में एवरेज टिकट साइज बढ़ाने पर रणनीतिक जोर देकर मजबूत प्रदर्शन दिखाया है. इन प्रोडक्ट ने हाल के कुछ साल में ओपेक्स/एसेट रेश्यो में सुधार में योगदान दिया है. इसके अलावा, एयूएम और प्रोडक्ट मिक्स में रणनीतिक बदलाव ने पोर्टफोलियो प्रसार पर बढ़ती फंडिंग कास्ट के प्रतिकूल प्रभावों को कम कर दिया है. वित्त वर्ष 2024 के बुक वैल्यू के आधार पर अपर प्राइस बैंड पर इश्यू 3.8x के पी/बीवी पर वैल्यूड है, जो फेयर दिख रहा है. इसलिए एक मजबूत क्रेडिट अंडरराइटिंग प्रक्रिया और रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क के आधार पर आईपीओ सब्सक्राइब कर सकते हैं.

अपर प्राइस बैंड पर इसकी वैल्युएशन करीब 58,297 करोड़ रुपये है. इसका लॉट साइज 214 शेयरों का होगा, यानी कम से कम 214 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी इसके बाद इसके मल्टीपल में बोलियां लगाई जा सकेंगी. अपर प्राइस बैंड पर आपको न्यूनतम 14,980 रुपये लगाने होंगे.
ये ब्रोकरेज हाउस भी पॉजिटिव–

ब्रोकरेज हाउस एसबीआई सिक्योरिटीज के अनुसार कंपनी का वैल्युएशन पोस्ट इश्यू कैपिटल पर अपर प्राइस बैंड के आधार पर 1QFY25 एनुअलाइज्ड पी/बीवी 3.2x के मल्टीपल पर किया गया है. यह भारत में दूसरी सबसे बड़ी एचएफसी है, जिसका एयूएम 97,071 करोड़ रुपये है. बड़ी हाउससिंग फाइनेंस कंपनियों के बीच बजाज हाउसिंग फाइनेंस का जीएनपीए रेश्यो 0.28% और एनएनपीए रेश्यो 0.11% सबसे कम है. कंपनी की FY22-24 की अवधि में 30.9% की AUM ग्रोथ और 56.2% का प्रॉफिट ग्रोथ रही है. उम्मीद है कि हाउसिंग फाइनेंस इंडस्ट्री अगले 3 साल में 13-15% की रेंज में बढ़ेगी और बजाज हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड हाउसिंग फाइनेंस क्षेत्र में विकास को भुनाने के लिए अच्छी स्थिति में है.
ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल के अनुसार कंपनी की मजबूत पेरेंटेज, बेस्ट-इन-क्लास क्रेडिट रेटिंग और प्रभावशाली मैनेजमेंट पॉजिटिव संकेत देते हैं. ये फैक्टर बजाज हाउसिंग फाइनेंस को हाउसिंग फाइनेंस क्षेत्र में मजबूत स्थिति में रखते हैं.
किसके लिए कितना हिस्सा रिजर्व?–

आईपीओ में क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए 50 फीसदी हिस्सा रिजर्व है. जबकि 35 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व है. वहीं 15 फीसदी हिस्सा नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है. कर्मचारियों के कोटे को ‘पोस्ट ऑफर पेड अप इक्विटी शेयर कैपिटल’ का 5% (अधिकतम) रखा गया है. कंपनी IPO से जुटाए गए फंड का इस्तेमाल अपने कैपिटल बेस को बढ़ाने में करेगी, ताकि भविष्य की बिजनेस जरूरतों के लिए फंड की व्यवस्था की जा सके. मतलब कर्ज देने की क्षमता बढ़ाई जा सके.
कोटक महिंद्रा कैपिटल, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया, एक्सिस कैपिटल, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज, SBI कैपिटल मार्केट्स, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड और IIFL सिक्योरिटीज इश्यू के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं.